Aansu Quotes in Hindi

आंसू कोट्स हिंदी में

नींद में भी निकल जाते है मेरी आँखों से आंसू,
जब तुम ख्वाबों में मेरा हाथ छोड़ के जाती हो।

रुलाया ना कर हर बात पर ऐ ज़िन्दगी
ज़रूरी नहीं की सबकी ज़िन्दगी में चुप करवाने वाले हो

मेरे आँसुओं ने मुझे यह जानने की शक्ति और साहस दिया कि समय के साथ सब कुछ अच्छा हो जाएगा।

प्यार ही ईंट इकलौती है जो आपको सिर पर मारती है और आँसुओं की जगह मुस्कान देती है।

एक फरिश्ता जो आपको रुलाता है, वह उस शैतान से बेहतर है जो आपको हंसाता है।

आँखों में नामी सी है, चुप चुप से वो बैठे हैं
नज़ुक सी निगाहों में नज़ुक सा फ़साना है

जो चला गया वो कभी तुम्हारा नहीं था
क्यों रोते और आंसू बहाते हो?
अगर उसे इतना प्यार करते हो तो
उसे अपने दिल में स्मृति चिन्ह के रूप में छुपाओ

जिंदगी में कभी किसी के लिए मत रोना
क्यों की वो तुम्हारे अंशु के काबिल नहीं होगा
और जो इस काबिल होगा वो तम्हें रोने नहीं देगा

स्वयं के लिए आंसू बहाना कमजोरी के आंसू हैं,
लेकिन दूसरों के लिए आंसू बहाना ताकत की निशानी है।

आँखों में आंसू न होते तो ऑंखें इतनी खूबसूरत न होती।
दिल में दर्द दर्द न होता तो ख़ुशी की कीमत पता न होती।
वक़्त ने हमसे बेवफाई न की होती तो जुदाई में जीने की आदत न होती।

आंसू और पसीना दोनों नमकीन होते हैं, लेकिन वे एक अलग परिणाम देते हैं। आँसुओं से मिलेगी हमदर्दी; पसीना आपको बदल देगा।

जिसकी किस्मत मे लिखा हो रोना
तो मुस्कुरा भी दे तो आँसू निकल आते है।

आँसू अक्सर वह दूरबीन होते हैं जिसके द्वारा मनुष्य स्वर्ग में बहुत दूर तक देख सकते हैं।

वो नदियां नहीं आँसू थे मेरे जिनपर वो कश्ती चलाते रहे
मंज़िल मिले उन्हें ये चाहत थी मेरी इसीलिए हम आँसू बहाते रहे

पल फुर्सतों के ज़िंदगी से छाँट लेते हैं
चलो ना थोड़ी खुशियाँ थोड़े आँसू बाँट लेते हैं

दर्द कितना है बता नहीं सकते, ज़ख़्म कितने हैं दिखा नहीं सकते
आँखों से खुद समझ लो, आँसू गिरे हैं कितने गिना नहीं सकते

अपने चेहरे पर आँसुओं के दुलार का विरोध करना लगभग असंभव है।

तुम चले गए और मैं खून के आंसू रोया। मेरा दुख बढ़ता जाता है। सिर्फ इतना ही नहीं कि तुम चले गए। पर जब तुम चले गए तो मेरी आंखें तुम्हारे साथ चली गईं। अब मैं कैसे रोऊँगा।

मेरी रूह में ना बस जाती तो भूल जाता तुम्हे
तुम इतना पास न आती तो भूल जाता तुम्हे
यह कहते हुए मेरा कोई रिश्ता नहीं तुमसे
आँखों में आंसू न आते तो भूल जाता तुम्हे

हँसी और आँसू दोनों ही निराशा और थकावट की प्रतिक्रियाएँ हैं। मैं खुद हंसना पसंद करता हूं, क्योंकि बाद में सफाई करने के लिए कम होती है।आंसू कभी-कभी शब्दों की तरह भारी होते हैं।

दर्द का एहसास जानना है तो प्यार करके देखो
अपनी आँखों में किसी को जगह देकर देखो
चोट उनको लगेगी आँसू तुम्हें आ जायेंगे
ये एहसास जानना हो तो दिल हार कर देखो

मेरी आँखों से आसूँ भले ही ना निकले हो
पर ये दिल आज भी तेरे लिए रोता है
करोड़ो दिल मिल कर भी तुमसे उतना प्यार नहीं कर सकते
जितना ये अकेला दिल तुमसे करता है

शायद हमारी आँखों को कभी-कभी अपने आँसुओं से धोना पड़ता है, ताकि हम जीवन को फिर से एक स्पष्ट दृष्टि से देख सकें।

काश उसे बचपन में माँगा होता रब से
हर चिज़ मिल तो जाती थी आंसू के बहने से

आंसू कभी-कभी शब्दों की तरह भारी होते हैं।

उसकी बातों को बार बार याद करके रोये
उसके लिये दर पे फरियाद करके रोये
उसकी खुशी के लिये उसको छोड़ दिया
फिर उसे किसी ओर के साथ आबाद करके रोये

आंसू सुख का स्वाभाविक दंड हैं। यह एक कानून है कि हम जो जितना भी आनंद लेते हैं उसके लिए हमें भुगतान करना पड़ता है।

वैसे तो एक आँसू बहाकर मुझे ले जाए
ऐसे कोई तूफ़ान हिला भी नहीं सकता
तू छोड़ कर जा रहा है तो इसमें ख़ता तेरी क्या
हर शख़्स मेरा साथ निभा भी नहीं सकता

जाते हुए जी भर के देख तो लेने दिया होता उसे
ए आँख तुझे तो रोने की पड़ी थी बस

तेरे रुखसार पर ना गिरे कभी कोई गम का आंसू
खुदा करे मेरी तेरी हर दुआ तेरी तकदीर बना जाए

मैं ईमानदारी से मानता हूं कि हमारे आंसू सुई और धागे हैं,
जो भगवान ने हमें हमारे जीवन में सुधार करने के लिए दिए हैं।

तेरी यादों को पसंद आ गई है मेरी आँखों की नमी,
हँसना भी चाहूँ तो रूला देती है तेरी कमी।

मैंने एक दुर्लभ फूल को उगते हुए देखा, और मैंने यह जानने की कोशिश की कि इसकी मोहक लालित्य, इसकी अद्भुत चमक कहां से आई, और मैंने देखा कि जहां यह उगता है वहां जमीन आंसुओं से गीली थी।

उनसे कह दो कि हम उन्हें भूल जाएंगे फिर
क्या खूब नजारा होगा हम उन्ही के आंसुओं में नजर आएंगे

बहुत अंदर तक तबाही मचा देता है
वो अश्क जो आँख से बह नहीं पाता

खुशी के आंसू ऐसे होते हैं जैसे गर्मियों की बारिश की बूंदें धूप की किरणों से छिद जाती हैं

मेरी आँखों का हर आँसू तेरे प्यार की निशानी है
जो तू समझे तो मोती है, न समझे तो पानी है।

आँसू आत्मा के लिए ग्रीष्मकालीन वर्षा हैं।

बहुत सा पानी छुपाया है मैंने अपनी पलकों में​
जिंदगी लम्बी बहुत है क्या पता कब प्यास लग जाए

गिरते हुए आँसुओं को कौन देखता है
झूठी मुस्कान के दीवाने हैं सब यहाँ

मेरे पास देने के लिए खून, मेहनत, आंसू और पसीने के अलावा कुछ नहीं है।

आया नहीं था कभी मेरी आँख से एक आँसू भी
मोहब्बत क्या हुई आँसुओं का सैलाब आ गया

रोकने की कोशिश तो बहुत की पलकों ने
पर इश्क में पागल आँसू, खुदखुशी करते रहे

झिलमिलाते आँसुओं की तरह पूरे आसमान में तारे बिखरे हुए हैं, आँख में बहुत दर्द होगा जिससे वे छलक पड़े।

बहाए होंगे सितारों ने रात भर आँसू
ये सुबह इसलिए कुछ शबनमी सी लगती है

आंसू दुख की खामोश भाषा हैं।

कैसे हो पाये भला इंसान की पहचान ?
दोनों नकली हो गए आँसू और मुस्कान

आँसू को कभी ओस का क़तरा न समझना
ऐसा तुम्हें चाहत का समुंदर न मिलेगा

पुराने दुखों पर ताजा आंसू बर्बाद नहीं करें।

कभी रो के मुस्कुराए, कभी मुस्कुरा के रोए,
जब भी तेरी याद आई तुझमे खो के रोए,
एक तेरा ही तो नाम था जिसे हज़ार बार लिखा,
जितना लिख के खुश हुए उस से ज़यादा मिटा के रोए

आंसू भले ही सूख जाएं, पर दिल कभी नहीं।

तनहाई मेरे दिल में समाती चली गई
किस्मत भी अपना खेल दिखाती चली गई
सुगंधित हवा की खुशबू में जो देखा प्यार को
बस याद उनकी की आई और रूलती चली गई।